Latest Shayari
निगह बुलंद सुख़न दिल-नवाज़ जाँ पुर-सोज़
यही है रख़्त-ए-सफ़र मीर-ए-कारवाँ के लिए
इतना सच बोल कि होंटों का तबस्सुम न बुझे,
रौशनी ख़त्म न कर आगे अँधेरा होगा।
मैं और बज़्म-ए-मय से यूँ तिश्ना-काम आऊँ
गर मैं ने की थी तौबा साक़ी को क्या हुआ था
पहले शराब ज़ीस्त थी अब ज़ीस्त है शराब
कोई पिला रहा है पिए जा रहा हूँ मैं
देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो

मेरी शख्सियत इतनी रोशन है,
कि तुम अंधेरे में रह जाओगे,
इसलिए मुझसे टकराना बिलकुल मत,
बुरी तरह पछताओगे।
~ अज्ञात
मेरी शख्सियत इतनी रोशन है, कि तुम अंधेरे में रह जाओगे, इसलिए मुझसे टकराना बिलकुल मत, बुरी तरह पछताओगे।

होवेगी सुब्ह रौशन इक दम में वस्ल की शब
बंद-ए-क़बा को अपने ज़ालिम न बाज़ करना
~ Mushafi Ghulam Hamdani
होवेगी सुब्ह रौशन इक दम में वस्ल की शब बंद-ए-क़बा को अपने ज़ालिम न बाज़ करना

सुब्ह-ए-रौशन को अंधेरों से भरी शाम न दे
दिल के रिश्ते को मिरी जान कोई नाम न दे
~ Amita Parasuram Mita
सुब्ह-ए-रौशन को अंधेरों से भरी शाम न दे दिल के रिश्ते को मिरी जान कोई नाम न दे

प्यास जहाँ की एक बयाबाँ तेरी सख़ावत शबनम है
पी के उठा जो बज़्म से तेरी और भी तिश्ना-काम उठा
~ Ali Sardar Jafri
प्यास जहाँ की एक बयाबाँ तेरी सख़ावत शबनम है पी के उठा जो बज़्म से तेरी और भी तिश्ना-काम उठा

कहते हैं सब देख कर बेताब मेरा उज़्व उज़्व
आदमी अब तक नहीं देखा कहीं सीमाब का
~ Munir Shikohabadi
कहते हैं सब देख कर बेताब मेरा उज़्व उज़्व आदमी अब तक नहीं देखा कहीं सीमाब का
Shayari Across the Globe
- Languages: Shayari is popular in Hindi, Urdu, Persian, Punjabi, and many other languages.
- Global Communities: Millions of people worldwide share Shayari daily on social media platforms.
- Cultural Significance: Shayari plays a vital role in literature, music, and traditional events.
- Digital Revolution: Online platforms and apps have made Shayari accessible to a global audience.
यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

तेज धूप में छांव की छाया,
बाकी सब महादेव की माया!
~ अज्ञात
तेज धूप में छांव की छाया, बाकी सब महादेव की माया!
“खुशियों की महफ़िल सजदी रहे, आपकी हर ख़ुशी सुहानी रहे, आपकी जिंदगी में इतनी ख़ुशी रहे की, जिंदगी आपकी दीवानी रहे।”
खुशियाँ ही खुशियाँ हो खुदा आपको ऐसी तकदीर दे, बने कामयाबी की गवाह हाँथो में ऐसी लकीर दे, जन्मदिन के शुभ दिन पर दुआ है, खुदा आपको खूबसूरती की हर तस्वीर दे।
Why Shayari is Loved Worldwide
- Timeless Art: The tradition of Shayari dates back centuries and remains relevant today.
- Versatility: From romantic verses to motivational lines, Shayari covers a broad spectrum of emotions.
- Engagement: Shayari posts and quotes consistently generate high engagement on platforms like Instagram and Twitter.
- Cultural Identity: It serves as a symbol of cultural pride in many regions.
More Shayari
Motivational Shayari

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
~ निदा फ़ाज़ली

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
~ निदा फ़ाज़ली
माह की आँख जो रहती है लगी ऊधर ही
उस ने फिर रौज़न-ए-नज़्ज़ारा मुक़र्रर खोला

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
~ निदा फ़ाज़ली
दौलत-ए-दुनिया नहीं जाने की हरगिज़ तेरे साथ,
बाद तेरे सब यहीं ऐ बे-ख़बर बट जाएगी।

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।
~ निदा फ़ाज़ली
Festival Shayari

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
~ Bhagwan Das Ijaz
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
~ अज्ञात
तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali
Funny Shayari
अज्ञात

यारो मेरे मरने के बाद आँसू मत बहाना,
ज़्यादा याद आए तो सीधे उपर ही चले आना!
~ अज्ञात
और भी चीजें बहुत सी लुट चुकी है दिल के साथ,
ये बताया दोस्तों ने इश्क फरमाने के बाद,
इसलिए कमरे की एक एक चीज़ चेक करता हूँ,
एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद!
अज्ञात
जिसका मिलना किस्मत में नहीं होती उससे मोहब्बत भी बेइंतहा होती हैं !
View Shayariअज्ञात
खामोशियों में छुपी हैं कई बातें, जो कहनी थीं तुमसे, पर अब नहीं कह पाते।
View ShayariZafar Iqbal
मुझ में हैं गहरी उदासी के जरासीम इस क़दर मैं तुझे भी इस मरज़ में मुब्तला कर जाऊँगा
View Shayariअज्ञात
जो सोचा सब वैसा ही, होने लगे तो, जिंदगी और ख्वाब में, फर्क क्या रह जाएगा|
View Shayariअज्ञात
रोने लगता हूँ मोहब्बत में तो कहता है कोई क्या तिरे अश्कों से ये जंगल हरा हो जाएगा
View Shayariअज्ञात
वो दिन भी क्या दिन थे जब तुम पास थे, आज ये लम्हे, बस यादों में उलझे रहते हैं।
View Shayariअज्ञात
तू दूर है फिर भी हर लम्हा मेरे साथ है, तेरी कमी को ये दिल हर पल महसूस करता है।
View ShayariShayari Trivia You Didn't Know
- The word Shayari originates from the Persian word She’r, meaning poetry.
- Mirza Ghalib is considered one of the greatest Shayars of all time.
- Urdu Shayari is often written in the poetic form called ghazal.
- Bollywood movies have made Shayari more mainstream, with famous dialogues often resembling Shayari.

निखर जाती है मेरी मोहब्बत
तेरी आजमाइश के बाद
सवरता जा रहा है ये इश्क
तेरी हर फरमाइश के बाद !
~ अज्ञात
निखर जाती है मेरी मोहब्बत तेरी आजमाइश के बाद सवरता जा रहा है ये इश्क तेरी हर फरमाइश के बाद !

अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!
~ अज्ञात
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब मे बुलाया है तुझे, क्यू न करे याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!

तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो,
यु तुम हमें इशारा ना करो,
दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी,
तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!
~ अज्ञात
तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो, यु तुम हमें इशारा ना करो, दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी, तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!

एक बात कहूँ जानेमन,
एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर,
एक दूसरे का साथ देना ही,
सच्ची मोहब्बत है।
~ अज्ञात
एक बात कहूँ जानेमन, एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर, एक दूसरे का साथ देना ही, सच्ची मोहब्बत है।

न जाने क्या कशिश है,
उनकी मदहोश आँखों में,
नज़र अंदाज़ जितना करो,
नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!
~ अज्ञात
न जाने क्या कशिश है, उनकी मदहोश आँखों में, नज़र अंदाज़ जितना करो, नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!
A Glimpse Into Shayari’s Rich History
- Origins: Shayari originated in ancient Persian and Arabic literature.
- Evolution: It evolved through Mughal influence and became a staple of South Asian culture.
- Golden Era: The 18th and 19th centuries saw legendary poets like Mirza Ghalib and Allama Iqbal.
- Modern Times: Today, Shayari is celebrated in events like mushairas (poetry gatherings).
तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया,
तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया, मेरी जान छूटी इश्क़-ऐ-बवाल से…!!
अज्ञातवफ़ा भी नही करता वो बेवफ़ा होने से भी डरता हैं,
वफ़ा भी नही करता वो बेवफ़ा होने से भी डरता हैं, मुझे पाना भी नही चाहता और मुझे खोने से भी डरता है…!!
अज्ञातहम ने तो ख़ुद को भी मिटा डाला
हम ने तो ख़ुद को भी मिटा डाला तुम ने तो सिर्फ़ बेवफ़ाई की
ख़लील-उर-रहमान आज़मीजिंदगी में कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं,
जिंदगी में कुछ दर्द ऐसे भी होते हैं, जो हमें जीने का सलीका सिखा जाते हैं…!!
अज्ञाततेरी बेवफाई के बाद भी, तेरा नाम लबों पे आता है,
तेरी बेवफाई के बाद भी, तेरा नाम लबों पे आता है, ये दिल अब भी तुझसे प्यार करता है।
अज्ञातवो कहता है अब मैं खूबसूरत नहीं रही,
वो कहता है अब मैं खूबसूरत नहीं रही, जिसे मेरी सादगी से भी कभी इश्क हुआ था…!!
अज्ञातबेवफा तेरे ख्यालों में, दिन-रात डूबा रहता हूं,
बेवफा तेरे ख्यालों में, दिन-रात डूबा रहता हूं, तेरी याद में, अपना सब कुछ भूला बैठा हूं।
अज्ञातShayari That Changed Lives
- Healing Through Words: Shayari has helped individuals cope with grief and loss.
- Romantic Connections: Many love stories began with shared Shayari.
- Success Stories: Writers who started with Shayari have gone on to become bestselling poets and authors.
Shayari by the Numbers
- Over 5 million Shayari posts are shared on social media every day.
- More than 30,000 books of Shayari are published annually worldwide.
- Top regions where Shayari is most popular: India, Pakistan, Iran, and the Middle East.
- Shayari is searched over 1.2 million times monthly on Google globally.

🎉 Shayari Week Special! 🎉
Celebrate your love for Shayari with our exclusive offer! Unlock unlimited access to premium Shayari collections, handpicked by poets and artists worldwide.
- Unlimited Access: Explore thousands of Shayari across all genres.
- Daily Updates: Fresh Shayari delivered to you every day.
- Exclusive Content: Premium Shayari for all.
❤️ दिल से शायरी ❤️
अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!
हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।
Some Facts
85%
of people who read or write poetry, including Shayari, report reduced stress and anxiety levels.
68%
of people find Shayari easier to use for expressing emotions compared to regular conversation.
60%
of people who attend poetry gatherings report improved social connections.
40%
of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.
25%
Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.
30%
Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.
35%
A tree plantation drive in India using Shayari slogans saw a 35% increase in volunteer numbers.
40%
Shayari is shared on social media platforms 40% more often than traditional text posts.
🌟 शायरी का जादू 🌟
शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

शायरी क्यों खास है:
- दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
- हर दिन नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत।
- दोस्तों और परिवार के साथ साझा करने के लिए परफेक्ट।
अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!
Top Categories
❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️
शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

शायरी के फायदे:
- तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
- संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
- नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
- पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"