liveAuthor Details

Shahryar

Pen Name:'Shaharyar'

Real Name:Akhlaq Mohammed Khan Shahryar

Born:16 Jun 1936 | Bareilly, Uttar pradesh

Died:13 Feb 2012

Relatives:Athar Nafees (Uncle),

Akhlaq Mohammad Khan, famously known by his pen name 'Shahryar,' was one of the leading Urdu poets and academicians in India. He was born on 16 June 1936 in Amla, District Bareilly, Uttar Pradesh. After completing his primary education in Hardoi, he went to Aligarh Muslim University in 1948 for higher education. He completed his masters in Urdu from AMU in 1961. After finishing his college, he began teaching at AMU and eventually retired as the head of the Urdu department. In his initial days, he was mentored by Khalil ur Rahman Azmi, a pioneering figure in modern Urdu poetry. Among his seniors, he acknowledged the influence of great poets such as Faiz Ahmed Faiz, Meeraji, Munir Niyazi, and Akhtar-ul-Iman. Shahryar's proximity to Aligarh Muslim University's Hindi department guided him to new heights of creativity, resulting in a fruitful interchange of ideas.At a time when Urdu poetry used to embrace themes of melancholy, irony and sadness, Shahryar Saheb introduced a new chapter in modernism within Urdu poetry. Apart from his literary achievements, he is well-known for his contribution to film industry as lyrics writer. He has written songs for Bollywood films like ‘Umrao Jaan’ and ‘Gaman.’Shahryar’s first collection of poetry, 'Ism-e-Aazam,' was published in 1965. Critics instantly recognised him as an impassioned and ingenious writer who could address huge societal concerns with serenity and modesty. He also earned state literary prizes from the governments of Uttar Pradesh and West Bengal for his works 'Saatwan Dar' and 'Neend Ki Karchiyan.' Other famous works by him include 'Hijr Ka Mausam' and 'Khwab Ka Dar Band Hai.' He was the fourth Urdu poet to get the prestigious Jnanpith Award

One of the most prominent modern Urdu poets and lyricist. Wrote songs for the movie "Umrao Jaan". Recipient of the Bhartiya Gyan Peeth award.One of the most prominent modern Urdu poets and lyricist. Wrote songs for the movie "Umrao Jaan". Recipient of the Bhartiya Gyan Peeth award.
tvshow

Latest Shayari

imagearrow
video

More Shayari

Motivational Shayari

ये जिंदगी हसीन है इससे प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतजार करो।

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,

ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।

~ निदा फ़ाज़ली

माह की आँख जो रहती है लगी ऊधर ही
उस ने फिर रौज़न-ए-नज़्ज़ारा मुक़र्रर खोला

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,

ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।

~ निदा फ़ाज़ली

दौलत-ए-दुनिया नहीं जाने की हरगिज़ तेरे साथ,
बाद तेरे सब यहीं ऐ बे-ख़बर बट जाएगी।

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,

ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।

~ निदा फ़ाज़ली

हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं,
हमसे ज़माना है, ज़माने से हम नहीं।

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो,

ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो।

~ निदा फ़ाज़ली

Festival Shayari

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार

घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार

~ Bhagwan Das Ijaz

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

Listen Shayari:

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह

चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

~ Mushafi Ghulam Hamdani

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

Listen Shayari:

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली

जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

~ अज्ञात

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात

Listen Shayari:

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह

चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

~ Mushafi Ghulam Hamdani

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

Listen Shayari:

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!

तुम्हारी तो दिवाली है,

लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!

~ अज्ञात

तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

Listen Shayari:

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार

हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

~ Couplets of Jamiluddin Ali

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali

Listen Shayari:

Viral Shayari — Fact-Checks

arrowright
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार

~ Bhagwan Das Ijaz

Bhagwan Das Ijaz

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार

Listen Shayari:
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

~ Mushafi Ghulam Hamdani

Mushafi Ghulam Hamdani

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

Listen Shayari:
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

~ अज्ञात

अज्ञात

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली

Listen Shayari:
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

~ Mushafi Ghulam Hamdani

Mushafi Ghulam Hamdani

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

Listen Shayari:
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!

तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!

~ अज्ञात

अज्ञात

तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!

Listen Shayari:
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

~ Couplets of Jamiluddin Ali

Couplets of Jamiluddin Ali

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

Listen Shayari:

Happy Shayari

arrowright

यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

Funny Shayari

Jawani Shayari

arrowright

Romantic Shayari

arrowright
अज्ञात
निखर जाती है मेरी मोहब्बत
तेरी आजमाइश के बाद
सवरता जा रहा है ये इश्क
तेरी हर फरमाइश के बाद !

निखर जाती है मेरी मोहब्बत तेरी आजमाइश के बाद सवरता जा रहा है ये इश्क तेरी हर फरमाइश के बाद !

~ अज्ञात

निखर जाती है मेरी मोहब्बत तेरी आजमाइश के बाद सवरता जा रहा है ये इश्क तेरी हर फरमाइश के बाद !

Listen Shayari:
अज्ञात
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,
हर खवाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!

अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब मे बुलाया है तुझे, क्यू न करे याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!

~ अज्ञात

अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब मे बुलाया है तुझे, क्यू न करे याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे……..!!!

Listen Shayari:
अज्ञात
तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो,
यु तुम हमें इशारा ना करो,
दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी,
तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!

तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो, यु तुम हमें इशारा ना करो, दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी, तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!

~ अज्ञात

तुम दिल से हमें यों पुकारा ना करो, यु तुम हमें इशारा ना करो, दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी, तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया ना करो……!!!

Listen Shayari:
अज्ञात
एक बात कहूँ जानेमन,
एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर,
एक दूसरे का साथ देना ही,
सच्ची मोहब्बत है।

एक बात कहूँ जानेमन, एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर, एक दूसरे का साथ देना ही, सच्ची मोहब्बत है।

~ अज्ञात

एक बात कहूँ जानेमन, एक दूसरे की गलतियों को छुपा कर, एक दूसरे का साथ देना ही, सच्ची मोहब्बत है।

Listen Shayari:
अज्ञात
न जाने क्या कशिश है,
उनकी मदहोश आँखों में,
नज़र अंदाज़ जितना करो,
नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!

न जाने क्या कशिश है, उनकी मदहोश आँखों में, नज़र अंदाज़ जितना करो, नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!

~ अज्ञात

न जाने क्या कशिश है, उनकी मदहोश आँखों में, नज़र अंदाज़ जितना करो, नज़र उन्हीं पे ही पड़ती है…….!!!

Listen Shayari:

Sad Shayari

arrowright

Parents Shayari

arrowright

Love Shayari

arrowright
mobile

Bewafa Shayari

arrowright
Exclusive Shayari Offer

🎉 Shayari Week Special! 🎉

Celebrate your love for Shayari with our exclusive offer! Unlock unlimited access to premium Shayari collections, handpicked by poets and artists worldwide.

  • Unlimited Access: Explore thousands of Shayari across all genres.
  • Daily Updates: Fresh Shayari delivered to you every day.
  • Exclusive Content: Premium Shayari for all.

❤️ दिल से शायरी ❤️

अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!

हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।

Some Facts

85%

of people who read or write poetry, including Shayari, report reduced stress and anxiety levels.


68%

of people find Shayari easier to use for expressing emotions compared to regular conversation.


60%

of people who attend poetry gatherings report improved social connections.


40%

of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.


25%

Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.


30%

Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.


35%

A tree plantation drive in India using Shayari slogans saw a 35% increase in volunteer numbers.


40%

Shayari is shared on social media platforms 40% more often than traditional text posts.

🌟 शायरी का जादू 🌟

शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

Inspirational Shayari

शायरी क्यों खास है:

  • दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
  • हर दिन नई प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत।
  • दोस्तों और परिवार के साथ साझा करने के लिए परफेक्ट।

अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!

Top Categories

❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️

शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

Express Emotions Through Shayari

शायरी के फायदे:

  • तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
  • संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
  • नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
  • पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"
हर शायरी एक भावना है। हर भावना एक कहानी है। अपनी कहानी खोजें।
SOME HINDI WORDS TO FIND SHAYARI
Yowords Copyright © 2024. All rights reserved.