पुरखों की तस्वीर गले में वाहिद बनी दलील
सारे घर का मान सँभाले एक अकेली कील
~ Anas Khan
Shayari Across the Globe
- Languages: Shayari is popular in Hindi, Urdu, Persian, Punjabi, and many other languages.
- Global Communities: Millions of people worldwide share Shayari daily on social media platforms.
- Cultural Significance: Shayari plays a vital role in literature, music, and traditional events.
- Digital Revolution: Online platforms and apps have made Shayari accessible to a global audience.
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वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र न था
वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है
~ Faiz Ahmed Faizbadri
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा
~ Allama Iqbalbadri
इक दूर से आती है पास आके पलटती है
इक राह अकेली सी रुकती है न चलती है
~ Film- Aandhi (1975)
वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र न था
वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है
~ Faiz Ahmed Faiz
व्याख्या सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा
~ Allama Iqbal
बाल खोले नहीं फिरता है अगर वो सफ़्फ़ाक
फिर कहो क्यूँ मुझे आशुफ़्ता-सरी रहती है
~ Mirza Masita Baig Muntahi
उड़ गए सारे परिंदे मौसमों की चाह में
इंतिज़ार उन का मगर बूढे शजर करते रहे
~ Ambreen Haseeb Ambar
हम तो ए.बी में रहे अग़्यार बी.ए हो गए
हुए इस क़दर मोहज़्ज़ब कभी घर का मुँह न देखा
~ Akbar Allahabadi
जल्वा न हो मअ'नी का तो सूरत का असर क्या
बुलबुल गुल-ए-तस्वीर का शैदा नहीं होता
~ Akbar Allahabadi
वो तो मूसा हुआ जो तालिब-ए-दीदार हुआ
फिर वो क्या होगा कि जिस ने तुम्हें देखा होगा
~ Akbar Allahabadi
उस के ही हुस्न की तम्हीद हैं सारे मौसम
मैं उसे आज भी उतना ही हसीं जानता हूँ
~ dear nabeel
उस के ही हुस्न की तम्हीद हैं सारे मौसम
मैं उसे आज भी उतना ही हसीं जानता हूँ
~ dear nabeel
दुनिया से ओझल रहे लिया लबादा ओढ़
सारे तन पर छा गया मन का काला कोढ़
~ Bhagwan Das Ijaz
ज़िंदगी के सारे मौसम आ के रुख़्सत हो गए
मेरी आँखों में कहीं बरसात बाक़ी रह गई
~ Aziz Bano Darab Wafa
मेरी तस्वीर बनाने को जो हाथ उठता है
इक शिकन और मिरे माथे पे बना देता है
~ Aziz Bano Darab Wafa
मेरी ख़ल्वत में जहाँ गर्द जमी पाई गई
उँगलियों से तिरी तस्वीर बनी पाई गई
~ Aziz Bano Darab Wafa
जो चराग़ सारे बुझा चुके उन्हें इंतिज़ार कहाँ रहा
ये सुकूँ का दौर-ए-शदीद है कोई बे-क़रार कहाँ रहा
~ Ada Jaffrey
वो कैसी आस थी अदा जो कू-ब-कू लिए फिरी
वो कुछ तो था जो दिल को आज तक कभू मिला नहीं
~ Ada Jaffrey
कल ये ही बन जाएगी उसी गले की फाँस
आज हवा अनमोल है खींच ज़ियादा साँस
~ Anas Khan
कोई सँभाले दैर तो कोई बचाए दीन
'अनस' बचा लो आप ही मरती हुई ज़मीन
~ Anas Khan
ये क्या जगह है दोस्तो ये कौन सा दयार है
हद्द-ए-निगाह तक जहाँ ग़ुबार ही ग़ुबार है
आ गया ‘जौहर’ अजब उल्टा ज़माना क्या कहें,
दोस्त वो करते हैं बातें जो अदू करते नहीं
क़ुबूल हो कि न हो सज्दा ओ सलाम अपना
तुम्हारे बंदे हैं हम बंदगी है काम अपना
Why Shayari is Loved Worldwide
- Timeless Art: The tradition of Shayari dates back centuries and remains relevant today.
- Versatility: From romantic verses to motivational lines, Shayari covers a broad spectrum of emotions.
- Engagement: Shayari posts and quotes consistently generate high engagement on platforms like Instagram and Twitter.
- Cultural Identity: It serves as a symbol of cultural pride in many regions.
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Motivational Shayari

मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर,
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का।
~ महफूजुर्रहमान आदिल
डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।

मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर,
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का।
~ महफूजुर्रहमान आदिल
आंधियां सदा चलती नहीं, मुश्किलें सदा रहती नहीं,
मिलेगी तुझे मंजिल तेरी, बस तू ज़रा कोशिश तो कर।

मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर,
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का।
~ महफूजुर्रहमान आदिल

मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर,
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का।
~ महफूजुर्रहमान आदिल
इन्हीं गम की घटाओं से खुशी का चांद निकलेगा,
अंधेरी रात के पर्दों में दिन की रोशनी भी है।
Festival Shayari

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार ~ Couplets of Jamiluddin Ali

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर ~ Mushafi Ghulam Hamdani

तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
तुम्हारी तो दिवाली है,
लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!!
~ अज्ञात
तुम्हारी तो दिवाली है, लेकिन मेरी जिंदगी तो तुमने होली कर दी है…!! ~ अज्ञात

कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार
घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार
~ Bhagwan Das Ijaz
कहने लगे अब आइए सर पर है त्यौहार घर मेरा नज़दीक है तारों के उस पार ~ Bhagwan Das Ijaz

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली ~ अज्ञात
Shayari That Changed Lives
- Healing Through Words: Shayari has helped individuals cope with grief and loss.
- Romantic Connections: Many love stories began with shared Shayari.
- Success Stories: Writers who started with Shayari have gone on to become bestselling poets and authors.

'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार
हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार
~ Couplets of Jamiluddin Ali
'आली' अब के कठिन पड़ा दीवाली का त्यौहार हम तो गए थे छैला बन कर भय्या कह गई नार

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह
चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर
~ Mushafi Ghulam Hamdani
अमआ की परी माने-ए-पर्वाज़ है जिस तरह चढ़ते नहीं मुर्ग़ान-ए-शिकम-सेर हवा पर

जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
~ अज्ञात
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
यहाँ पढ़ें खुशियों से भरी शायरी, जो आपके दिल को छू जाएगी और चेहरे पर मुस्कान लाएगी।

सुख और सुकुन की शोध की नही जाती
वो हमारे भीतर छुपे होते है उसे ढुढना पडता है
~ अज्ञात
सुख और सुकुन की शोध की नही जाती वो हमारे भीतर छुपे होते है उसे ढुढना पडता है
तिरा हर उज़्व प्यारे ख़ुश-नुमा है उज़्व-ए-दीगर सीं मिज़ा सीं ख़ूब-तर अबरू ओ अबरू सीं भली अँखियाँ
Shayari Trivia You Didn't Know
- The word Shayari originates from the Persian word She’r, meaning poetry.
- Mirza Ghalib is considered one of the greatest Shayars of all time.
- Urdu Shayari is often written in the poetic form called ghazal.
- Bollywood movies have made Shayari more mainstream, with famous dialogues often resembling Shayari.
Funny Shayari
अज्ञात

मैंने तो लगाया था दिल,
उसने तो लगा ही दिया चुना!
~ अज्ञात
Shayari in the Digital Age
- Instagram: Shayari hashtags like #UrduShayari and #HindiShayari have millions of posts.
- WhatsApp: Shayari statuses and forwards are a daily ritual for many users.
- YouTube: Shayari channels featuring spoken poetry performances have millions of subscribers.
- Facebook Groups: Dedicated Shayari communities connect people across continents.

अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो,
हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं……..!!!
~ अज्ञात
अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं……..!!!

अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो
न छेड़ूँगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो
~ अमीर मीनाई
अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो न छेड़ूँगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो

आपकी बाहों में मुझे सुकून मिलता है,
आपके प्यार में मुझे जुनून मिलता है।
~ अज्ञात
आपकी बाहों में मुझे सुकून मिलता है, आपके प्यार में मुझे जुनून मिलता है।

किस कदर हमने एक इंसान को चाहा,
जिसे भुला पाना बस की नहीं और पाना किस्मत में नहीं।
~ अज्ञात
किस कदर हमने एक इंसान को चाहा, जिसे भुला पाना बस की नहीं और पाना किस्मत में नहीं।

कितना चाहते हैं तुमको
ये कभी कह नहीं पाते,
बस इतना जानते हैं,
की तेरे बिना रह नहीं पाते !
~ अज्ञात
कितना चाहते हैं तुमको ये कभी कह नहीं पाते, बस इतना जानते हैं, की तेरे बिना रह नहीं पाते !
A Glimpse Into Shayari’s Rich History
- Origins: Shayari originated in ancient Persian and Arabic literature.
- Evolution: It evolved through Mughal influence and became a staple of South Asian culture.
- Golden Era: The 18th and 19th centuries saw legendary poets like Mirza Ghalib and Allama Iqbal.
- Modern Times: Today, Shayari is celebrated in events like mushairas (poetry gatherings).
शकील बदायूनी
ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया
View Shayariअज्ञात
दर्द ऐसा था कि किसी से कह नहीं पाए, और जो समझा सके, वो कोई मिला ही नहीं।
View Shayariअज्ञात
तेरी यादों का दर्द इस दिल में बसा है, तू दूर है, पर दिल अब भी तेरे पास ही रहता है।
View Shayariये सोच के माँ बाप की ख़िदमत में लगा हूँ
इस पेड़ का साया मिरे बच्चों को मिलेगा
~ Munawwar Rana“हमारी ख़ामोशी की वजह मेरे मां बाप है
वरना जिगरा तो हम तुझे तेरे घर से उठने का रखते है “
~ अज्ञातThe Healing Power of Shayari
- Emotional Expression: Shayari gives words to feelings that are often hard to express.
- Stress Relief: Reading or writing Shayari can be a therapeutic activity.
- Connection: Shayari fosters connections between individuals by resonating with shared emotions.
- Inspiration: Motivational Shayari inspires people to overcome challenges and stay positive.
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल,
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल, साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो…!!
अज्ञातघूट घूट कर जीते रहे कोई फ़रियाद न करे
घूट घूट कर जीते रहे कोई फ़रियाद न करे कहां से लाऊं वो दिल जो तुझे याद न करे
अज्ञातअगर कभी फुर्सत मिले तो,
अगर कभी फुर्सत मिले तो, हमें इतना तो बताते जाना कि, आखिर ऐसी कौन सी खुशी थी, जो मैं तुम्हें ना दे सका…!!
अज्ञातधोखा देना तेरी आदत में शुमार हो गया,
धोखा देना तेरी आदत में शुमार हो गया, हम तो प्यार में थे, तू खेल समझ बैठा।
अज्ञातइस क़दर मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की
इस क़दर मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की आज पहली बार उस से मैं ने बेवफ़ाई की
अहमद फ़राज़सलामत रहे वो बीछड कर भी हमसे,
सलामत रहे वो बीछड कर भी हमसे, ये रब से दुआ करेंगे, वो हमें बैशक भूल जाये, हमतो उन्हें रोज याद करेंगे।
अज्ञातदिल तोड़ देती हैं यह खूबसूरती की परियां,
दिल तोड़ देती हैं यह खूबसूरती की परियां, इसलिए जरुरी है बना कर रखें इनसे दूरियां।
अज्ञातShayari in the Headlines
- Shayari Competitions:International Shayari contests are drawing participants from all over the world.
- Celebrity Influence: Famous artists and influencers are bringing Shayari to mainstream media.
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❤️ दिल से शायरी ❤️
अपनी भावनाओं को शायरी की सुंदरता के साथ व्यक्त करें। प्रेरणादायक, रोमांटिक और जीवन से जुड़ी शायरी आपके दिल की बात कहने का बेहतरीन तरीका है। हर शब्द एक एहसास!
हर दिन नई शायरी का आनंद लें। आपकी भावनाओं के लिए हमारे पास हर शब्द है।
Some Facts
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of people who read motivational Shayari feel a noticeable boost in their productivity and focus.
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Writing Shayari as a journaling exercise improved emotional intelligence by 25% in individuals over a six-month period.
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Platforms like Instagram and YouTube see over 30% higher engagement on posts with Shayari compared to regular content.
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🌟 शायरी का जादू 🌟
शब्दों में छुपा है वो जादू जो दिल को छू जाए। चाहे खुशी हो या ग़म, शायरी हर भावना को खास बना देती है। आइए और अपनी भावनाओं को एक नया आयाम दें!

शायरी क्यों खास है:
- दिल की बातों को बयां करने का सबसे खूबसूरत जरिया।
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अपनी हर भावना को शायरी के ज़रिए खास बनाइए। नई शायरी हर दिन!
Top Categories
❤️ अपनी भावनाओं को शायरी में ढालें ❤️
शायरी, वो कला है जो दिल से निकल कर सीधे दिल तक पहुंचती है। हर शब्द में छुपा है अनकही कहानियों का खजाना। आइए, अपने जज़्बातों को खूबसूरत अल्फाज़ों में बदलें।

शायरी के फायदे:
- तनाव कम करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करना मानसिक शांति देता है।
- संबंधों को मजबूत बनाएं: खास लम्हों में शायरी से अपनी बात कहें।
- नई प्रेरणा पाएं: हर दिन पढ़ें नई शायरी और बनाएं खुद का शायरी संग्रह।
- पर्यावरण के लिए योगदान: हमारी हर शायरी पोस्ट के साथ, हम एक पेड़ लगाने की योजना बना रहे हैं।
"शब्द वो पुल हैं, जो दिलों को जोड़ते हैं।"